‘‘सच्चाई-निर्भिकता, प्रेम-विनम्रता, विरोध-दबंगता, खुशी-दिल
से और विचार-स्वतंत्र अभिव्यक्त होने पर ही प्रभावी होते है’’
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प्यारी सी कली जब फूल बन खिली

6 comments



एक प्यारा सा सन्देश बेटियों के नाम .............

तुम तो इस बगिया की 
              प्यारी सी वो कलियाँ हो 
माँ - बाबा के प्यार से 
             अब फूल  बन खिली हो 
जिन्दगी की दोड़ मै 
            खुद को कम न समझना 
तुम पर ही टिकी होगी नीव 
           पर उसे विरासत न समझना 
किसी के अत्याचार को  तुम 
                 हरगिज कभी  न सहना
पर किसी को प्यार देने से भी 
               पीछे कभी  तुम ना हटना 
 बच्चों  को प्यार देना 
               अच्छे संस्कार देना 
कोई तुम्हें दुत्कारे तो 
              उसका भी जवाब देना 
सबका ख्याल रखना 
                बेचारगी  मै न जीना 
स्त्री की हिम्मत को समझना 
                 उसको बनाये रखना 
जिंदगी तो रोज़ एक सवाल है 
                  तो   जवाब देते रहना
फिर अपने इस संसार को तुम 
                    येसे खुशहाल रखना  
दोनों घरों की इज़त को तुम ..............
                     बरकरार रखना
अपनी प्यारी सी बगिया को तुम 
                  हर दम आबाद रखना  
सबकी दुआए लेना 
             सबको दुआए देना 
तुमसे ही है  ये दुनिया 
            हर दम ख्याल रखना ?

6 Responses so far.

  1. Sagar says:

    नन्ही सी एक कली निर्जन वन की
    देखो, सुंदरता का ताज बनी तुम

  2. Vijay Chaturvedi says:

    waah sachmuch adbhud rachna hai

  3. Vijay Chaturvedi says:

    waah sachmuch adbhud rachna hai

  4. betuliyan says:

    yaha aapka ab tak ka sabse best heera hai jise badi hi khoobsurati se tarasa hai aapne..

  5. देर से जवाब देने के लिए आप सभी से माफ़ी चाहती हु !
    लेख पड़ने और सराहने के लिए आप सभी का धन्यवाद करती हु दोस्तों !

 
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